मच्छर एक बहुत ही परेशान करने वाली समस्या है, खासकर बच्चों के लिए। इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको कुछ उपयोगी टिप्स देंगे जो आपके बच्चों को मच्छरों से बचाने में मदद करेंगे। जैसे ही बारिश का मौसम शुरू होता है। मच्छर पैदा होने लगते हैं। और बहुत सी बीमारियां फैलने लगती है। ऐसे में माता पिता को यह चिंता होने लगती है कि वे अपने बच्चों को मच्छरों से कैसे बचाएं। क्योंकि बच्चों का तो स्कूल जाना, बाहर खेलने जाना लगा ही रहता है। ऐसे में हमें ही कुछ उपाय करके बच्चों को मच्छरों से व उनसे होने वाली बीमारियों से सुरक्षित करना चाहिए। इसके लिए आप हमारी इस पोस्ट में दिए गए ऐसे अनेक घरेलू उपचार व तरीक़े अपना सकती है जिससे आप अपने बच्चे को मच्छरों के काटने से बचा सकती है।
मच्छरों के फैलने के कारण
गर्मियां शुरू होते ही मच्छरों का फैलना शुरू हो जाता है। लेकिन मच्छर क्यों फैलते हैं ,इसका कारण जानना भी बहुत जरूरी है। ऐसे बहुत से कारण हैं ,जिनसे मच्छर पनपते हैं। जैसे घर के आस-पास कूड़ा कचरा होना, नमी का होना, पानी का जमाव, पेड़ पौधे, आदि। ये मच्छरों के पनपने के प्रमुख कारण मानें जाते हैं। इन कारणों को आप और हम जानकर मच्छरों को फैलने से रोक सकते है। अगर मच्छर हो चुके है ,तो आप अपने बच्चों को कुछ घरेलू उपाय व अन्य तरीकों से बचाव कर सकते है जो नीचे विस्तार से दिए गए हैं।
बच्चों को मच्छरों से बचाने के घरेलू उपाय
- मच्छरों से बचाने के लिए कैसे कपड़े पहनाएं – मच्छरों से बचाने के लिए बच्चों को फुल बाजू के और पूरे कपड़े पहनाने चाहिए। बच्चे का ज्यादा से ज्यादा शरीर ढका होना चाहिए। इससे मच्छरों को खाने का मौका नहीं मिलेगा। इसके अतिरिक्त आप बच्चों को हल्के रंग के कपड़े पहनाए क्योंकि हल्के रंग के कपड़ों पर मच्छर कम आते हैं।
- घर की खिड़कियां दरवाजे बंद रखे -जैसे ही शाम होती है मच्छर इधर उधर घूमने लगते हैं। शाम के टाइम पर आप घर के दरवाजे खिड़कियों को बंद रखें। अगर आप शाम के समय दरवाजा खुला रखना चाहते हैं तो घर की खिड़कियों व दरवाजों पर आप जाली वाले गेट या जाली लगवा सकते हैं। इसे हवा भी क्रॉस होगी और मच्छर भी घर के अंदर नहीं आएंगे।
- बच्चों के लिए मच्छरदानी – छोटे बच्चों को सुलाते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। यह सबसे सेफ तरीका है। इस तरीके में किसी भी केमिकल का प्रयोग भी नहीं करना पड़ता और मच्छरों से भी बचाया जा सकता है। जब आपके बच्चे बहुत छोटे हैं। तो यह तरीका अपनाना ही सेफ रहेगा।
- घर में करें धूप बत्ती – मार्केट में बहुत- सी धूपबत्ती आती है। इन धूप बत्ती में अलग अलग तरीके के इंग्रेडिएंट्स होते है। आप इस प्रकार की धूप बत्ती चुनें जिनमें लेवेंडर, गैंदा, तुलसी, जैसे प्रदार्थ हो। इस प्रकार की धूपबत्ती की खुशबू तो अच्छी होती है साथ में इन से मच्छर भी दूर भागते है। ये धूपबत्ती बच्चों को भी नुकसान नहीं पहुंचाती। लेकिन फिर भी ध्यान रखें कि बच्चे इन धूप बत्ती के सीधे संपर्क में न आए।
- बच्चों को नींद में मच्छरों से बचाव – बच्चों को नींद में बचाना भी मच्छरों से बचाने का एक अहम तरीका है। रात को बच्चों को अच्छी नींद आने के लिए उन्हें उचित मोस्किटो नेट या मशीन का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करें। इससे उन्हें मच्छरों से बचाने में मदद मिलेगी।
- बच्चों को बाहर जाने से रोकें – बच्चों को बाहर जाने से रोकना भी मच्छरों से बचाने का एक तरीका है। रात को बच्चों को बाहर जाने से रोकें और उन्हें घर के अंदर ही खेलने के लिए प्रेरित करें। इससे उन्हें मच्छरों से बचाने में मदद मिलेगी।
- घर को साफ और सुरक्षित रखें – बच्चों को मच्छरों से बचाने का पहला कदम है घर को साफ और सुरक्षित रखना। घर में कोई भी खुले पानी की जगह न होने चाहिए जिससे मच्छर बच्चों के पास न आ सकें। इसके साथ ही, घर के दरवाजे और खिड़कियों पर मच्छरों को रोकने के लिए मशीनों का इस्तेमाल करें।
- बच्चों को उचित आहार दें – बच्चों को उचित आहार देना भी मच्छरों से बचाने का एक तरीका है। उन्हें ज्यादा प्रोटीन और विटामिन से भरपूर आहार दें ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक्षमता मजबूत रहे। इससे उन्हें मच्छरों से बचाने में मदद मिलेगी।
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मच्छर भगाने के नेचुरल उपाय
- नीम का तेल और कपूर मिलाकर उसे सोने के समय जला दें। इससे मच्छर जल्दी भाग जाएंगे और इससे बच्चे को नुकसान भी नहीं पहुंचेगा।
- नीलगिरी के तेल में नींबू मिलाकर लगा लें, ऐसे में तीखी गंध से मच्छर आसपास भी नहीं भटकेगा।
- तुलसी का रस लगाने से भी मच्छर पास में नहीं भटकते।
- यूकेलिप्टस , सफेदे के पत्तों के रस से मच्छर पास में नहीं आते। सफेदे के पत्ते पास में भी रख सकते है।
- लेहसुन के रस को पानी में डालकर छिड़के। इसकी गंध से मच्छर घर में नहीं घुसेंगे।
बच्चों को मच्छरों से बचाने के तरीके
बच्चों को मच्छरों से बचाने का सबसे अच्छा तरीका तो घरेलू उपाय ही है लेकिन जब बच्चे स्कूल जाते हैं और बाहर खेलते हैं ,तो यह उपाय हम नहीं कर सकते इसके लिए हमें ऐसे तरीके अपनाने होंगे जिससे बच्चे सेफ रहे और उनके डेवलपमेंट में बाधा ना आए। इसलिए आज हम इस लेख के द्वारा आपको बच्चों को मच्छरों से बचाने के अन्य तरीके बताएंगे जो नीचे दिए गए हैं।
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रोल ऑन
बाहर खेलते हुए बच्चों के लिए मच्छरों से बचाने के लिए यह बेहतर तरीका है। क्योंकि यह बच्चों के कपड़ों पर लगाया जाता है। जिसके कारण बच्चे की स्किन पर एलर्जी नहीं होती और मच्छर भी दूर भाग जाते हैं। अगर रोल ऑन हर्बल तरीके से बनाया गया है ,तो यह और भी अच्छा है। आप मॉस्किटो हर्बल फैब्रिक रोल ऑन के नाम से मार्केट से खरीद कर सकते हैं।
मॉस्किटो रिपेलन्ट पैचेस
मॉस्किटो रिपेलन्ट पैचेस भी बच्चों को मच्छरों से बचाने के लिए सुरक्षित तरीका है। इसकी खास बात यह है कि इसे इस्तेमाल करना काफी आसान होता है। ये पैचेस आप बच्चों के कपड़ों पर लगा सकती है। और छोटे बच्चों के पालनें,वोकर पर भी लगा सकते है। इससे बच्चे के स्किन को कोई नुक्सान भी नहीं होता। और मच्छर भी पास नहीं आते।
मॉस्किटो रिपेलन्ट रिसटबेंड
मॉस्किटो रिपेलन्ट रिसटबेंड बच्चों को बाहर खेलने जाने के टाइम पर पहनाए ताकि बाहर खेलते समय बच्चों को मच्छरों से बचाया जा सके। आज कल मार्केट में बहुत ही आकर्षक रिसटबेंड आ रहे हैं।जिसे पहनना बच्चे काफी पसंद भी करते हैं। इसकी सुगंध के कारण मच्छर पास नहीं आते। और इनका पुनः उपयोग भी किया जा सकता है।
ओडोमॉस क्रीम
मच्छरों को दूर रखने में ओडोमॉस क्रीम बहुत ही कारगर है। नया ओडोमॉस मॉस्किटो रिपेलेंट लोशन एक ऐसे फॉर्मूले का उपयोग करता है जो मानव त्वचा से निकलने वाली विशिष्ट शरीर की गंध को मास्क करता है और मच्छरों के काटने से 99.9% सुरक्षा प्रदान करता है। इसे आप चेहरे पर भी लगा सकते है।
मॉस्किटो रिपेलन्ट स्प्रे
मॉस्किटो रिपेलन्ट स्प्रे का प्रयोग बच्चों के कपड़ों पर करें। ताकि बच्चे के स्किन को नुकसान न हो। लेकिन कई बार इससे बच्चे को एलर्जी हो सकती है इसलिए आप सावधानी से इसका प्रयोग करें।
ऑर्गेनिक मॉस्किटो- रिपेलिंग फ्रेगरेंस का प्रयोग
ऑर्गेनिक मॉस्किटो-रिपेलिंग फ्रेगरेंस का इस्तेमाल करें। इस तरीके से न सिर्फ मच्छर बच्चों से दूर रहेंगे, बल्कि घर भी महकेगा। इसके लिए आप एसेंशियल ऑयल्स चुन सकते हैं, जो मच्छरों को दूर भगाते हैं। लेमनग्रास, नीम, सिट्रोनेला, देवदार, लैवेंडर और नीलगिरी जैसे सुगंधित एसेंशियल ऑयल्स मार्केट में उपलब्ध है। इनका प्रयोग करके मच्छरों को दूर भगा सकते हैं। हालांकि, इन उत्पादों को बच्चों की पहुंच से दूर रखना चाहिए।
मच्छरों को मारने या दूर करने वाली इन उपायों से बच्चों को हो सकता है नुकसान ,रहे सावधान
बच्चे की स्किन व इम्यून सिस्टम दोनों ही नाजुक होती है। कोई भी केमिकल वाले प्रदार्थ का प्रयोग बच्चों की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है इसलिए मच्छरों को दूर भगाने वाले प्रोडक्ट में केमिकल्स का प्रयोग किया जाता है, जो बच्चों के लिए ख़तरनाक साबित हो सकते है इसलिए इनका प्रयोग करने से पहले आप इन प्रोडक्ट की पुरी जानकारी ले। कुछ एक प्रोडक्ट हम आप को निचे लेख में बताने जा रहे हैं जिनका उपयोग करते समय आप सावधानी बरतें।
- कॉइल – आप और आपके बच्चे दोनों ही बंद कमरे में कॉइल को न जलाएं। बंद कमरे में कॉइल या अगरबत्ती जलाकर सोने से कार्बन मोनोक्साइड पॉइजनिंग हो सकती हैं। जिस वजह से ऑक्सीजन की मात्रा घटने से सांस लेने में तकलीफ होने लगती है और कार्बन मोनोक्साइड जहरीली गैस भरने से जान जाने का खतरा रहता है। इसलिए जब भी कॉइल जलाएं तो उस समय बच्चे को कमरे में बिल्कुल भी ना सुनाएं।
- फास्ट कार्ड – फास्ट कार्ड को बनाने में कई तरह के हानिकारक केमिकल्स इस्तेमाल किये जाते हैं। ये हानिकारक केमिकल धुंए के माध्यम से आपके व आपके बच्चे के फेफड़ों तक पहुंचते हैं और इसकी वजह से कई गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए इसका प्रयोग न करके आप बच्चे के लिए घरेलू उपाय ही अपनाएं तो बेहतर होगा।
- केमिकल्स वाले रोल ओन या स्प्रे – हर्बल तरीके से बनाए गए रोल ऑन बच्चों के लिए सेफ होते हैं। अधिक केमिकल वाले रोड ऑन व स्प्रे से बच्चों के स्किन एलर्जी हो सकती है।
- ऑल आउट– ऑल आउट स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी होता है। All out में स्टायरिन गैस का इस्तेमाल किया जाता है जिसे प्लास्टिक, पेंट, टायर जैसी चीजें बनाने के दौरान उपयोग किया जाता है ।विशेष कर यह बच्चों के लिए ,all out के ज्यादा इस्तेमाल से बच्चों को सांस लेने में तकलीफ जैसी बीमारियाँ पैदा हो सकती। इसलिए इसका प्रयोग बच्चे को सुलाने से 2,3 घंटे पहले करें।
ध्यान देने योग्य बातें
- 1 से 2 साल के बच्चे के कपड़ों पर पैचेस ना लगाएं। इस उम्र के बच्चे मुंह में पैचेस ले सकते है।
- मॉस्किटो रिपेलन्ट स्प्रे ,रोलओन सभी बच्चों के सूट नहीं करते। अगर स्किन पर रेडनेस हो या दाने हो तो इनका प्रयोग न करें।
- कॉइल ,फास्ट कार्ड, ऑल आउट का प्रयोग कमरे में सोने से 2 ,3 घंटे पहले करें।
- अगर किसी प्रोडक्ट से एलर्जी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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