गर्मियों में कैसे करें न्यू बॉर्न बेबी की देखभाल – Part -1


बच्चे बेहद ही नाजुक होते हैं । इसलिए कोई भी सीजन हो माता पिता को बच्चों की केयर अधिक करनी पड़ती है। छोटे बच्चे के इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण बच्चे पर बाहरी संक्रमण होने का चांस अधिक होता है। जब भी सीजन चेंज होता है तो वह अपने साथ बहुत सी बीमारियां लेकर आता है जैसे सर्दी के मौसम में जुखाम – खांसी का आम होना वैसे ही गर्मियों में बच्चों को दस्त – उल्टी व डायरिया जैसी बीमारियां घेर लेती है। तो आज हम गर्मियों में न्यू बॉर्न बेबी को किस तरह से सेफ व स्वस्थ रख सके इसके बारे में इस पोस्ट में चर्चा करेंगे।

सही कपड़ों का चुनाव

गर्मियों के लिए बच्चों के कपड़े

न्यू बोर्न बेबी की त्वचा बहुत ही सॉफ्ट होती है । इसलिए गर्मियों में बच्चे को सूती व ढीले ढाले कपड़े पहनाए। क्योंकि गरम, पॉलिस्टर कपड़ो से बच्चे के रेसेज, घमौरिया व स्किन कट सकती हैं। सूती कपड़े शरीर को ठंडा रखते हैं साथ में पसीने को भी सोखते हैं। सूती कपड़ा सॉफ्ट होता है जिससे बच्चा सहज महसूस करता है।

बच्चे को नहलाना

गर्मियों में बच्चा नहाता हुआ/बेबी बाथ

बच्चे को गर्मियों में कम से कम 2 बार अवश्य नहलाना चाहिए। नहलाने से बच्चे के शरीर पर जमी हुई मैल व पसीना हट जाता है ,जिससे घमोरिया व रेशैज नहीं होते। नहलाने से बच्चे के शरीर का तापमान भी मेंटेन रहता है। शरीर को ठंडक मिलती है।

गर्मी में बच्चे के मसाज करना

बच्चे की मसाज

गर्मी हो या सर्दी बेबी के मसाज करना बहुत ही जरूरी होता है। इससे बच्चे के शरीर का ब्लड सरकुलेशन बना रहता है। लेकिन गर्मियों में मसाज करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। गर्मियों में तेल बहुत अधिक डस्ट पकड़ता है । इस वजह से शरीर पर रैशेज या दाने हो सकते हैं। इसलिए आप बच्चे के जब मसाज करें तो उसके आधा घंटे बाद बच्चे को अच्छी तरह से नहलाएं।

बेबी पाउडर

गर्मियों में पाउडर का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है क्योंकि यह स्किन पर पसीने को आने से रोकता है । जिससे स्किन नहीं कटती। लेकिन जब भी आप बेबी के लिए पाउडर खरीदें तो वह कम से कम केमिकल का हो या फिर नेचुरल पदार्थों से बना हुआ होना चाहिए। हर्बल और एंटीबैक्टीरियल पाउडर ही बच्चे के लिए यूज करें। बच्चे को पाउडर लगाते समय ध्यान रखें की बच्चा पूरी तरह से सूखा हो और अधिक मात्रा में पाउडर है न यूज़ करें। बच्चे के जब भी पाउडर लगाएं तो वह अधिक ऊंचाई से ना छिड़के , इससे बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। पाउडर लगाते समय बच्चे को छिंक आए या स्किन पर रेडनेस हो तो बच्चे को एलर्जी हो सकती है। बच्चे को कोई एलर्जी ना हो तभी पाउडर का यूज करें।

डायपर का यूज़

गर्मियों में बच्चे को डायपर पहनाना

आजकल माता-पिता अपनी सुविधा के लिए न्यू बॉर्न बेबी को डायपर पहनाते हैं। लेकिन डायपर के फायदों के साथ-साथ इसके अनेक नुकसान भी है। इसलिए गर्मियों में बेबी जब भी घर में हो तो डायपर का इस्तेमाल ना करें। डायपर से बेबी के रेशैज हो जाते हैं साथ में स्किन भी कट जाती है। डायपर का इस्तेमाल बच्चे को बाहर ले जाते समय ही करें।

मच्छरों से सुरक्षा

बच्चों की सुरक्षा के लिए मच्छरदानी

गर्मियों में मच्छरों से डेंगू ,मलेरिया चिकनगुनिया जैसी बीमारियां तेजी से फैलती है। इन बीमारियों से बचने के लिए अपने आसपास पानी व गंदगी जमा न होने दें। लेकिन फिर भी बारिश के मौसम में मच्छर बहुत अधिक फैल जाते है। ऐसे में न्यू बॉर्न बेबी को मच्छरों से सुरक्षित करना बहुत जरूरी होता है। छोटे बेबी के कार्ट पर आप मच्छरदानी लगाकर सुला सकते हैं। न्यू बॉर्न बेबी के लिए आप मच्छरों की क्रीम ना यूज़ करें।

बच्चे को हाइड्रेट रखें

बच्चों को हाइड्रेट रखने के लिए नींबू पानी

अगर आपका बच्चा 6 महीने का हो चुका है तो आप उसे पानी पिलाना शुरू कर दे। पानी के साथ-साथ अन्य लिक्विड चीज भी बच्चे को दे सकते हैं। बाजारों में मिलने वाले डिब्बा बंद जूस का प्रयोग कम से कम करें ,इनमें केमिकल होता है। जहां तक हो सके आप बच्चे को घर पर बनाया हुआ जूस पिलाएं। गर्मियों के मौसम में बच्चे को हर 2 घंटे बाद पानी या अन्य लिक्विड थोड़ा-थोड़ा पिलाते रहे इससे बच्चे का शरीर हाइड्रेट रहेगा।

बच्चे को हाइड्रेट रखने के लिए आप नारियल पानी पिला सकते हैं।

नींबू पानी भी शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए बहुत ही गुणकारी है।

बच्चे के शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए फलों का जूस घर पर बनाकर बच्चे को पिला सकते हैं।

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गर्मियों में बच्चे के लिए आहार

गर्मियों में बच्चा खाना खाता हुआ /baby enjoy with food

6 महिने से पहले न्यू बोर्न बेबी का आहार मां का दूध हि होता है लेकिन 6 महीने के बाद बच्चे को आहार देना चाहिए। गर्मियों के मौसम में बच्चे के लिए ताजा आहार का प्रयोग करें। बासी आहार से बच्चे को फूड पॉइजनिंग हो सकती है। आहार में ऐसी चीजें शामिल करें जो बच्चे के शरीर को ठंडक प्रदान करें और सभी पोषक तत्व भी शामिल हो।

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स्वास्थ्य का रखें ध्यान

डॉक्टर बच्चे को चैक करता हुआ।

न्यू बोर्न बेबी बहुत ही अधिक नाजुक होते हैं और इनकी इम्यून सिस्टम भी बहुत ही अधिक कमजोर होता है । जिसके कारण बच्चे जरा सी लापरवाही से बीमार हो सकते हैं। बच्चे को आप गर्मियों में घर के अंदर ही रखें ,साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें ,ज्यादा छोटे बच्चे को बाहर घुमाने ना लेकर जाए ,अगर आपको किसी कारणवश बच्चे को बाहर लेकर जाना है तो आप उसे पूरी तरह से ढक कर लेकर जाएं।

घमौरियों से बचाव

बच्चे के चेहरे पर रेशैज

गर्मियों के मौसम में घमौरियों का होना आम समस्या है। यह बड़ों के साथ-साथ छोटे बच्चों को भी बहुत तकलीफ देता है। छोटे बच्चों में घमौरियां अधिक पसीना आने के कारण या शरीर में हिट ज्यादा होने के कारण हो जाते हैं।

बच्चों को घमौरियों से बचाने के लिए शरीर पर अधिक तेल का प्रयोग ना करें अगर आप मसाज करें तो उसे थोड़ी देर बाद अच्छे से नहला दे।

बच्चे को पसीना ना आने दे इसके लिए बच्चे को ऐसे कपड़े पहनाए जो पसीने को सोखते हो। साथ में नहलाने के बाद बच्चे के शरीर को अच्छे से सुखाकर बच्चे के पाउडर लगाएं।

घमोरिया हो चुकी है तो आप बच्चे के शरीर पर एलोवेरा जेल से मसाज करें।

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सन प्रोटेक्शन

बच्चे को प्रोटक्शन के लिए केप व फुल कपड़े पहने हुए

अगर आपको बेबी को धूप में लेकर जाना पड़े तो उनके लिए सन प्रोटेक्शन बहुत ही जरूरी है। क्योंकि बच्चों की त्वचा बहुत ही नाजुक होती है ,सेंसिटिव होती है इसलिए बच्चों को सन प्रोटेक्शन करने के लिए आप बच्चे को फुल बाजू के कपड़े पहनाएं, बेबी का सिर व चेहरा पूरी तरह से ढका होना चाहिए । न्यू बॉर्न बेबी के सन प्रोटेक्शन के लिए कोई भी कॉस्मेटिक क्रीम न लगाएं।

बेबी को घर के अंदर रखे

बच्चे अपने माता-पिता के साथ घर के अंदर खेलते हुए

अधिक गर्मी होने पर छोटे बच्चों को घर के अंदर ही रखें। अगर आपका बेबी छोटा है तो कोशिश करें कि उसे तेज धूप में ले जाने से बचें। सुबह के 10 बजे से शाम 5 बजे तक तेज गर्मी रहती है। इस मौसम में 6 महीने से कम उम्र के बच्चों को घर से बाहर नहीं निकालना चाहिए। बच्चों की स्किन बहुत हि कोमल होती है, जिससे सूरज की किरणें उसकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं।

गर्मियों में न्यू बॉर्न बेबी के कमरे का तापमान कितना रखें

गर्मियों में न्यू बॉर्न बेबी के कमरे का तापमान आप 25° तक रख सकते है। आप कूलर या एसी की मदद से कमरा ठंडा करके कमरे का तापमान कम कर सकते है। ध्यान रखें सीधी हवा बच्चे को नहीं लगे। कूलर से ठंडक अधिक हो जाये तो उसे स्लो कर दें या बंद कर दें। बाहर ठंडक हो तो खिड़की खुली रख सकते हैं लेकिन मच्छर नहीं आये इसके लिए खिड़की पर जाली जरूर होनी चाहिए। दिन के समय पर्दे लगा कर रखें। इससे कमरे का तापमान अधिक नहीं बढ़ता।

न्यू बॉर्न बेबी के बाथरूम/पेशाब का रखें ध्यान

गर्मियों में बच्चे के बाथरूम/ पेशाब से आप पता कर सकते है कि बच्चे के शरीर में कहीं गर्मी तो नहीं बढ़ी हुई। अगर आपका बेबी गर्मियों में 5,6 बार पेशाब करता है तो सही है बच्चे को गर्मी नहीं हूई।अगर आपका बच्चा 1,2 बार ही यूरीन करता है और पिला यूरीन करता है,तो बच्चे के शरीर में गर्मी बढ़ी हुई है। इसके लिए आप बच्चे को ज्यादा ब्रेस्ट फीडिंग कराएं।

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