मच्छरों को घर से दूर भगाएंगे ये पेड़-पौधें व इनसे निकलने वाला तेल


पेड़ पौधे हमारे जीवन का आधार है। ये हमें ऑक्सीजन तो देते ही हैं साथ में हमे इनसे खाना, दवाइयां, फर्नीचर के लिए लकड़ी,कागज जैसी अनेकों चीजें मिलती है। लेकिन आपने सुना होगा कि पेड़ पौधों में मच्छर पनपते हैं। तो आज हम आपको बताएंगे कि कौन से ऐसे पेड़ पौधे हैं जो मच्छरों को घर से दूर भगाएंगे ,और आपके परिवार को मच्छरों से होने वाली बीमारियों से सुरक्षित रखेंगे।

आपने कभी गौर किया है तो बाजार में विभिन्न प्रकार के केमिकल-आधारित रिपेलेंट मिलते हैं, जिनमें लेवेंडर, लेमनग्रास जैसे पौधों के तेल को मिलाया जाता है। यह क्यों मिलाया जाता है? इस प्रश्न का उतर यही है कि इन पौधों में मच्छरों को भगाने का गुण पाया जाता है। इन पौधों में ऐसी सुगंध पाई जाती है जो मच्छरों को पसंद नहीं होती।

तो चलिए आज हम thefamilylife.info की इस पोस्ट में मच्छरों को घर से दूर भगाएंगे ये पेड़-पौधें के बारे में जानेंगे।

मच्छरों के पनपने के कारण

  • गंदगी का ढेर – मच्छरों के पनपने का कारण आस पास गंदगी का ढेर का होना। मच्छर इन कचरे के ढेर में आसानी से पनप जाते है। इसलिए घर में आप कचरे को इकट्ठा करके न रखें। गंदगी, गंदे नाले, अंधेरी जगहों में भी एनोफिलिस मच्छर के प्रजनन की क्षमता बढ़ जाती है जिससे ये मच्छर लगातार भारी माञा में पैदा होते हैं।
  • नमी का होना – बारिश के मौसम में मच्छर बहुत अधिक पनपते है। इसका कारण बारिश के कारण नमी का होना। बारिश में पानी जगह इकट्ठा हो जाता है। और कुछ दिनों तक एक ही जगह पानी इकट्ठा रहने से वहां पर सीलन हो जाती है। जिससे मच्छर आसानी से पनप जाते हैं।
  • पौधों के गमले – सभी घरों में आउटडोर व इनडोर पौधों के गमले रखे होते है। इनसे हमें शुद्ध हवा मिलती है। लेकिन जब गर्मियों का मौसम शुरू होता है तो इन पौधों की ठंडक में मच्छर पनपने लगते है। इसलिए आप पौधों की नियमित रूप से साफ सफाई करें , उन पर पेस्टिसाइड का छिड़काव करें। आप चाहें तो ऐसे पौधे भी लगा सकते है जिनसे मच्छर दूर भागते हो। जो नीचे इस पोस्ट में दिए गए हैं।
  • घर कि छतों पर – बरसात के मौसम में छतों पर पड़े खाली बर्तनों में पानी इकट्ठा हो जाता है। इन बर्तनों की अगर समय समय पर सफाई नहीं की जाए तो यहां पर मच्छर अपने अंडे देने लगते हैं और दिनों में मच्छर पनपने लगते हैं। इसलिए घर की छतों पर साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।

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मच्छरों से होने वाली बीमारियां

मच्छरों के फैलने से हर व्यक्ति परेशान है क्योंकि मच्छरों से होने वाली बीमारियां इतनी घातक है कि इनमें जान भी चली जाती है। मच्छरों से होने वाली बीमारियों के कारण हर साल लाखों लोग मर जाते हैं। बीमारियों में मलेरिया और डेंगू के बारे में तो हर व्यक्ति जानता है लेकिन कुछ ऐसी और भी बीमारियां हैं ,जो मच्छरों के द्वारा होती है जो हम अपनी पोस्ट में नीचे चर्चा करेंगे।

  • मलेरिया – मलेरिया बुखार के बारे में तो सभी जानते हैं जय मच्छरों के द्वारा फैलने वाला रोग है। मलेरिया संक्रमित एनोफिलीज मच्छर के काटने से मनुष्यों में फैलता है। इसमें मनुष्यों को बुखार कंपकंपी / ठंड लगना सिरदर्द, उल्टी कभी-कभी, थकान या थकान के साथ सामान्य स्थिति (तापमान में) पर लौटने के बाद पसीना आना आदि लक्षण दिखाई देते है।
  • डेंगू बुखार – डेंगू बुखार को हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है क्योंकि यह कभी-कभी गंभीर मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द का कारण बनता है ऐसा महसूस होता है कि हड्डियां टूट रही हैं। डेंगू बुखार वायरल संक्रामक रोग है ,जो एडीज मच्छर के काटने से होता है। डेंगू होने पर व्यक्ति को तेज बुखार, 105ºF तक, गंभीर मांसपेशियों और जोड़ों का दर्द ,गंभीर सिरदर्द लाल चकत्ते जो छाती, पीठ या पेट पर शुरू होते हैं और अंगों और चेहरे तक फैलते हैं, आँखों के पीछे दर्द ,मतली और उल्टी दस्त ,साथ में इस बुखार में व्यक्ति की प्लेटलेट्स का स्तर कम हो जाता है।
  • चिकनगुनिया – चिकनगुनिया वायरस मुख्य रूप से एक संक्रमित मादा “एडीज इजिप्टी” के काटने से फैलता है। बुखार और जोड़ों का दर्द चिकनगुनिया के महत्वपूर्ण लक्षण हैं।
  • जीका के वायरस – जीका वायरस एक संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से भी फैलता है। वही मच्छर जो चिकनगुनिया के साथ-साथ डेंगू वायरस भी फैलाते हैं।जीका वायरस से संक्रमित अधिकांश लोगों में कोई लक्षण नहीं दिखते। हालांकि, जब लक्षण होते हैं, तो वे आम तौर पर संक्रमित मच्छर द्वारा काटे जाने के 2 से 7 दिनों के बाद शुरू होते हैं। लक्षण में हल्का बुखार, जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द होता है।
  • पीला बुखार – यह वायरस मुख्य रूप से संक्रमित एडीज (हेमागोगस प्रजाति) मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैलता है। वर्तमान में यह एशिया देशों में नहीं होता है। क्योंकि केई देशों में प्रवेश करने से पहले पीले बुखार के टीकाकरण के नियम और अनिवार्य हैं।
  • लसीका फाइलेरिया
  • जापानी मस्तिष्ककोप

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मच्छर भगाने वाले पेड़ पौधे

पौधों के अनेकों गुण तो आपने सुने ही होंगे लेकिन पौधों से मच्छर दूर भागते हैं यह नहीं सुना। परंतु आज हम आपकों कुछ ऐसे ही पौधों की जानकारी देंगे जो हमारे घर को खुबसूरत , स्वच्छ तो बनाते ही है साथ में मच्छरो को भी घर से दूर भागते हैं। ये पौधें आपके अन्य पेड़ पौधों में भी मच्छरों को पनपने नहीं देते। इसलिए इन पौधों को आप अपने घर , बालकनी व गार्डन में लगा कर मच्छरो को भगा सकते हैं।और अपने परिवार को मच्छरों से होने वाली बीमारियों से सुरक्षित रख सकते है।

मच्छरों को दूर रखने के लिए सबसे अच्छे इनडोर प्लांट व आउटडोर प्लांट

तुलसी

तुलसी का पौधा – तुलसी के औषधीय गुण तो सभी जानते हैं। हिंदू धर्म में इस पौधे की पूजा की जाती है। इसलिए यह हर घर में पाया जाता है। तुलसी का पौधा एक हर्बल प्लांट है, जिसका उपयोग दवाई के रूप में तो किया ही जाता है साथ में इसमें पाई जाने वाली गंध मच्छरों को पास आने से रोकती है। आप अपने घर में इस पौधे को लगाकर औषधीय गुणों का लाभ उठा सकेंगे और मच्छरों से भी छुटकारा पा सकोगे।

लेमनग्रास मच्छर भगाने के लिए

लेमन ग्रास- अपने घर या गार्डन से मच्छर और कीड़ों को दूर करने के लिए, आप लेमनग्रास को गमले लगा सकते हैं। मच्छर सिट्रोनेला की गंध को नापसंद करते हैं, जो लेमनग्रास में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक घटक है । लेमन ग्रास के पौधे का इस्तेमाल मच्छर भगाने वाली कई दवाओं में भी किया जाता है । लेमनग्रास के अर्क में सिट्रल नामक यौगिक होता है, जो कि मच्छरों और कीटों को पास आने से रोकता है। यह एक हर्बल प्लांट भी है, जिसका उपयोग जड़ी –बूटी के तौर पर भी किया जाता है। मच्छरों और कीटों से बचने के लिए इस पौधे को अपने घर पर जरूर लगाएं।

लेमन ग्रास का तेल मच्छरों को दूर करने में मदद करता है। इसलिए आप लेमनग्रास के तेल का प्रयोग अपने स्किन पर कर सकते है। लेकिन ध्यान रखें कि लेमनग्रास के तेल को सीधे अपनी स्किन पर न लगाएं। इसमें अन्य तेल को मिलाकर लगाने से जलन नहीं होती। या फिर आप लेमनग्रास के स्प्रे को फरस पर छिड़काव करें इसकी सुगंध से मच्छर घर में नहीं आते।

लेवेंडर पौधा मच्छर भगाने में सहायक

लेवेंडर पौधा– लेवेंडर पौधा एक हर्बल प्लांट है, लैवेंडर में बड़ी मात्रा में लिनालूल नामक यौगिक होता है। लिनालूल लैवेंडर की तेज गंध के लिए जिम्मेदार है।जिसकी सुगंध मच्छर और कीड़ों को भगाने में मददगार होती है, बाजार में आने वाले मोसकिटो रेपेलेंट में लैंवेंडर के तेल का प्रयोग किया जाता है।अरोमाथेरेपी और हर्बल उपचार के लिए प्रयोग होने वाला लैवेंडर का पौधा मक्खियों, मच्छरों, मकड़ियों और चींटियों को दूर रखने का काम करता है। लैवेंडर के पौधे में बहुत ही सुन्दर फूल होते हैं, जिसको सजावट के तौर पर हम घर पर तो लगाते ही हैं, साथ ही इस पौधे को मच्छर और कीटों को भी दूर करने के लिए लगाया जाता है।

लैवेंडर एसेंशियल ऑयल भी मच्छरों को भगाने में कारगर है।लैवेंडर के तेल की लगभग 1-2 बूंदों को लेकर नारियल के तेल में मिलाकर स्किन पर लगाने से मच्छर पास नहीं आते।

सिट्रोनेला मच्छर रिपेलेंट पौधा

सिट्रोनेला जेरेनियम- सिट्रोनेला की पत्तियों में मौजूद तेल में मच्छर विकर्षक गुण होते हैं। यह पौधा भी मच्छरों को दूर भगाता है, इस ग्रास से निकलने वाले ऑयल का इस्तेमाल मोमबत्तियों, परफ्यूम्स, मॉस्किटो रिपेलेंट और कई हर्बल प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल किया जाता है । मच्छरों को दूर करने वाला यह पौधा, पेलार्गोनियम सिट्रोसम, जिसे सिट्रोसा पौधा या सिट्रोनेला सुगंधित जिरेनियम भी कहा जाता है, जिसकी गंध से कीटों और मच्छरों को दूर किया जा सकता है। मच्छरों और कीटों को दूर करने के लिए आप इस प्लांट को अपने गार्डन में लगा सकते हैं।

सिट्रोनेला का तेल मच्छरों को भगाने के लिए मॉस्किटो रिपेलेंट में प्रयोग किया जाता है। इसके तेल को नारियल के तेल में मिलाकर स्किन पर लगाने से मच्छर पास नहीं आते।इस पौधे से आप घर में इसकी पत्तियों को पानी में उबालकर पोचा लगाने से भी मच्छर घर में नहीं आएंगे।

लहसुन के पौधे

लहसुन और अदरक के पौधे –मच्छर और कीटों को दूर करने के लिए आप अपने घर में अदरक और लहसुन के पौधे भी लगा सकते हैं । मच्छर काटने पर लहसुन का या प्याज का रस लगाने से मच्छर काटने वाली जगह पर सूजन व खुजली कम हो जाती है ।लहसुन और प्याज का उपयोग घर में मसाले के रूप में तो किया ही जाता है, साथ ही इन पौधों से मच्छर को भी भगाया जा सकता है। इन पौधों के तनो से आने वाली तीखी खुशबू मच्छर व कीटों को पसंद नहीं होती है।

पोदीना मच्छर भगाने में सहायक

पुदीना का पौधा – पुदीना का पौधा मच्छरों से छुटकारा दिलाने वाला होता है। यह पौधा तेज़ी से फैलता है। इस पौधे की ठंडी और तीखी खुशबू, जो कि मच्छरों और कीटों को पसंद नहीं आती है, इसके कारण ही मच्छर और कीट उस पौधे से दूर भागते हैं। आप पुदीना अर्थात मिंट के पौधे को अपने घर पर बाकि पौधों के साथ लगाकर मच्छरों और कीटों को दूर रख सकते हैं। इसे गमले या पॉट में आसानी से उगाया जा सकता है।

मैरीगोल्ड/ गैंदा का पौधा मच्छर भगाने में सहायक

मैरीगोल्ड –मैरीगोल्ड जिसे गेंदे का फूल भी कहा जाता है, इस फूल का उपयोग घर पर सुन्दरता के लिए तो होता ही हैं, साथ -साथ यह पौधा मच्छर और कीटों को भी भगाता है। मैरीगोल्ड बग्स और अन्य कीटों को अपने पास नहीं आने देता है और इस फ्लावर में एक अलग सी गंध होती है, जिसके कारण कीट और मच्छर इस पौधे से दूर रहते हैं। अपने घर और गार्डन से कीट और मच्छरों को भगाने के लिए आप गेंदे के पौधे को गमले में लगा सकते हैं। गमले के साथ साथ आप इसे अपने गार्डन में अन्य पौधों के साथ लगाते हैं तो यह दुसरे पौधों में भी मच्छर पनपने नहीं देते।

यूकेलिप्टस प्लांट मच्छरों को भगाएं

यूकेलिप्टस प्लांट- यह बड़ा पौधा होता है इसे आप गार्डन में लगा सकते हैं। इसे सफेदे के नाम से भी जाना जाता है। इसकी पत्तियों में तेज सुगंध होती है जिससे मच्छर पसंद नहीं करते। आप चाहें तो इसकी पत्तियों को रूम में रख सकते हैं। या इसकी पतियों के रस को स्किन पर लगा सकते हैं। ऐसा करने पर मच्छर आपके पास भी नहीं आएंगे।

रोजमेरी पौधा

रोज़मैरी/ मेहंदी – ये एक खुशबूदार पौधा होता है।रोजमेरी के पौधे को नेचुरल मॉस्किटो रिपेलेंट्स माना जाता है। रोजमेरी के तेल को एसेंशियल ऑयल माना जाता है जो मच्छरों को बिल्कुल पसंद नहीं होता और इससे दूर ही रहते हैं। इसकी नीडल की तरह दिखने वाली पतली और शार्प पत्तियां दिखने में बेहद खूबूसरत लगती है। गर्मियों में खिलने वाले इस पौधे के तने की खुशबू से मच्छर नज़दीक नहीं आते है। इस पौधे पर सफेद और नीले रंग के फूल खिलते है।

नीम मच्छरों को दूर करने में सहायक

नीम का पौधा- अगर आपके घर में बगीचा है तो वहां नीम का पेड़ जरूर लगाएं। इससे घर के अंदर मच्छर नहीं आएंगे । मच्छर, मक्खी और दूसरी तरह के कीड़ों को दूर करने के लिए नीम का पौधा लगाना काफी लाभदायक होता है। नीम का पौधा एक बेहतर मॉस्किटो रिप्लीयन्ट है। इसमें कीड़ों मकोड़ों और मच्छरों को दूर रखने का तत्व मौजूद है। बाजार में नीम बेस्ड अनेकों मॉस्किटो रिप्लीयन्ट और बाम उपलब्ध हैं। मच्छरों को दूर भगाने के लिए आप स्किन पर नीम का तेल भी रगड़ सकते हैं।

लेमन बाम –लेमन बाम भी मच्छरों को दूर रखता है| लेमन बाम तेजी से बढ़ता है यह इनडोर प्लांट है। इसे कमरे में रखना होता है। लेमन बाम की पत्तियों में सिट्रोनेला की अधिकता होती है| कई कमर्शियल मॉस्किटो रिपलियंट्स में इसका इस्तेमाल होता है। मच्छरों से लड़ने के लिए आप लेमन बाम की पत्तियों को रगड़कर स्किन पर भी लगा सकते हैं|

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