स्ट्रेच मार्क्स/ खिंचाव महिलाओं में प्रेगनेंसी के कुछ ही समय के बाद वेट बढ़ने के कारण शरीर में हुएं खिंचाव से होते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान जैसे-जैसे बेबी बंप बड़ा होता है ,वैसे ही कुछ हिस्सों पर जेसै- पेट के निचले हिस्से, स्तन,जांघों पर स्ट्रेच मार्क्स / खिंचाव के निशान दिखने लग जाते हैं । इन निशानों को दूर करना इतना आसान नहीं होता। लेकिन फिर भी हम इन्हें घरेलू नुस्खों द्वारा कुछ हद तक दूर कर सकते हैं। इनका लगातार कुछ महीनों तक प्रयोग करके स्ट्रेच मार्क्स को कम कर सकते है।
स्ट्रेच मार्क्स(खिंचाव) होने के कारण
स्ट्रेच मार्क्स होने के अनेक कारण हैं लेकिन इनमें से प्रमुख कारण हम गर्भावस्था को मानते हैं। गर्भावस्था के साथ हमें इन सभी कारणों को भी जान लेना चाहिए। क्योंकि स्ट्रेच मार्क्स चाहे किसी कारण से हुएं हैं, लेकिन इनका उपचार तो एक जैसे ही तरीकों से किया जाता है। तो चलिए आज हम इन सभी कारणों को जान कर उपचार करते हैं।
- गर्भावस्था के बाद।
- अचानक वजन बढ़ने व घटने से।
- यौवन या प्यूबर्टी के कारण।
- ब्रेस्ट सर्जरी के बाद।
- अनुवांशिकता के कारण ।
- बॉडी बिल्डिंग के कारण।
- तेजी से मांसपेशियों के बढ़ने की वजह से ।
- कोर्टिसोल हार्मोन के उच्च स्तर के कारण।
- कुछ रोग या स्थितियां जैसे कि कुशिंग सिंड्रोम।
प्रेग्नेंसी में स्ट्रेच मार्क्स(खिंचाव) कब आते है ?
हर महिला के स्किन का टाइप अलग-अलग होता है। इसलिए सभी महिलाओं के स्ट्रेच मार्क्स होना ज़रूरी नहीं। स्ट्रेच मार्क्स प्रेग्नेंसी में कोलेजन और इलास्टिन तेजी से वजन बढ़ने के दबाव के कारण खिंचते है। जिसके कारण स्ट्रेच मार्क्स लकीरों के रूप में दिखाई देने लग जाते है। किसी किसी महिला के पहले 3 महीने के अंतिम दिनों में ही स्ट्रेच मार्क्स दिखाई देने लग जाते है। वहीं कुछ महिलाओं के 6 महीने के बाद जैसे जैसे पेट उभरता है वैसे ही दिखने शुरू कर हो जाते है।
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प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में स्ट्रेच मार्क्स(खिंचाव) के निशान आने से कैसे रोकें ?

अगर आप प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में ही अपनी स्किन की केयर अच्छे से करती है और ऐसा आहार लेती है जिससे स्किन की इलास्टिसिट बनी रहे ,तो आप काफी हद तक स्ट्रेच मार्क्स को आने से रोक सकते है। लेकिन इन्हें आने से पुरी तरह रोक पाना संभव नहीं है।
- आहार – प्रेगनेंसी में आहार में शामिल चीजें जच्चा-बच्चा दोनों के लिए ही महत्वपूर्ण है।आप जिस तरह का आहार लें रहें हैं यह आपके शरीर व बच्चे दोनों पर इफेक्ट करेगा। आहार में आप प्रोटीन, जिंक, विटामिन ए, सी, डी, ई और ओमेगा-6 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ को शामिल करें। ये आपके शरीर में कोलेजन और इलास्टिन को बनाए रखने में मदद करेंगे।और आपकी त्वचा के तंतुओं को टुटने से बचाता है।
- मॉइश्चराइजर – प्रेगनेंसी के शुरू होते ही आप अपनी स्किन को मॉइश्चराइज करना शुरू कर दें। चाहे आपके स्ट्रेच मार्क्स हो या न हो। क्योंकि स्ट्रेच मार्क्स आखिरी महीनों में ज्यादा दिखाई देते है इसलिए आप इनका इन्तजार न करके इनको आने से पहले अपने स्किन को मॉइश्चराइज करके रोक सकते है।आप डेली रूटीन में अपने शरीर के ज्यादा फैट वाले हिस्सों पर दिन में 2 बार मसाज करें। आप विटामिन ई, कोको बटर और शिया बटर से मसाज कर सकते है।
- पानी व अन्य लिक्विड चीजे – स्किन को हाइड्रेट रखने के लिए पानी की मात्रा सही होनी चाहिए। स्किन की इलास्टिसिटी यानी लचीलापन बना रहे इसके लिए शरीर में नमी का होना बेहद जरूरी है । दिन में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी अवश्य पीना चाहिए।
- नियमित रूप से व्यायाम करें – नियमित रूप से व्यायाम करने से भी स्ट्रेच मार्क्स से बचा जा सकता है। इससे आपका वजन नियंत्रित रहेगा, जो स्ट्रेच मार्क्स होने से बचाएगा।
डिलीवरी के बाद स्ट्रेच मार्क्स(खिंचाव) कम करने के घरेलू उपाय

अगर आपके स्ट्रेच मार्क्स हो चुकें हैं। तो आप उन्हें हटाने के लिए कुछ घरेलू उपचार कर सकते है। घरेलू उपचार के द्वारा स्ट्रेच मार्क्स को पुरी तरह से तो नहीं हटाया जा सकता ,लेकिन इन्हें काफी हद तक कम किया जा सकता है। हमारी इस पोस्ट में आपको स्ट्रेच मार्क्स से राहत दिलाने के लिए कुछ घरेलू उपाय नीचे विस्तार से दिए गए हैं।
- एलोवेरा – एलोवेरा हमारी त्वचा को मोइश्चराइज करता है ,इससे त्वचा हाइड्रेटिड रहती है । एलोवेरा मे त्वचा पर होने वाली समस्या को दूर करने कि क्षमता बहुत अधिक है ,स्ट्रैच मार्क के लिए एलोवेरा कि फ्रैश पत्ती को लेकर उससे प्रभावित हिस्से पर मसाज करें। मसाज करने के 15 से 20 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें।आप चाहें तो इसे रात भर लगा कर भी रख सकते है।
- ग्लिसरीन और गुलाब जल – गुलाब जल त्वचा के कसाव के लिए सबसे अच्छा टोनर माना जाता है ,वहीं ग्लिसरीन हमारी स्किन को मोस्चराइज करती है । इन दोनों को मिलाकर आप स्प्रे बोतल में रखें । प्रभावित हिस्सों पर स्प्रे करके मसाज करें ,इससे जल्दी स्किन पर कसाव आएगा और स्ट्रेच मार्क्स दूर हो जाएंगे।
- आलू का रस – आलू का रस हमारी त्वचा के लिए बहुत ही गुणकारी है जैसे आलू के रस से हमारी त्वचा पर होने वाले दाग धब्बे चले जाते हैं और झुरियां मिट जाती है वैसे ही यह त्वचा पर लगाने से स्ट्रेच मार्क्स के निशानों को मिटाने में मदद करता है।
- नींबू का रस – नींबू में एसिड होने के कारण यह स्ट्रेच मार्क्स को कम करने में मदद करता है। नींबू के रस को गुलाब जल में मिलाकर स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं। इससे आपको स्ट्रेच मार्क्स काफी हद तक कम हो जाएंगे।
- चीनी – स्ट्रेच मार्क्स कम करने के लिए चीनी काफी फायदेमंद होती है। यह खराब त्वचा को बाहर निकालती है और स्ट्रेच मार्क्स हल्के होने लगते हैं। इसके लिए आप चीनी को गुलाब जल में मिलाकर हल्के हाथों से स्क्रब करें।और 5 मिनट बाद धो लें।धोने के बाद माइश्चचर करें।
- शिया बटर या कोकोआ बटर – शिया बटर और कोकोआ बटर को स्ट्रेच मार्क्स पर तेल की तरह ही इस्तेमाल किया जा सकता है।आप शिया बटर या कोकोआ बटर को स्ट्रेच मार्क्स वाले स्थान पर लगाएं और कुछ देर बाद धो लें।ऐसा प्रतिदिन करने से आपको फर्क नजर आने लगेगा।
- अंडे का सफेद भाग – अंडे के सफेद भाग में प्रोटीन होता है, जो स्किन के लिए फायदेमंद होता है और स्किन को टाइट करने में मदद करता है।इसके लिए आप अंडे का सफेद भाग निकालकर अच्छी तरह फेंट लें। फिर इसे ब्रश की सहायता से प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।सूखने के बाद इसे ठंडे पानी से धो लें।इसके बाद त्वचा को अच्छे से माइश्चचर करें लें, ताकि रूखापन दूर हो जाए।
- शहद – शहद में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो स्ट्रेच मार्क्स कम करने में मदद करते हैं। इसके लिए आप प्रभावित हिस्से पर शहद को लगाकर 20 मिनट बाद धो लें ।
- नारियल तेल – हमारे पूर्वज सदियों से नारियल तेल का प्रयोग मसाज के लिए करते आ रहे हैं ,नारियल तेल से मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और त्वचा मोइश्चराइज होती है इसलिए स्ट्रैच मार्क पर नियमित मसाज करने से स्किन में कसाव आता है ।
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डिलीवरी के बाद स्ट्रेच मार्क्स (खिंचाव) के निशान दूर करने के चिकित्सा उपचार
साइंस ने आज बहुत अधिक तरक्की कर ली है। चिकित्सा क्षेत्र में अनेक ऐसे शोध किए गए हैं जो स्ट्रेच मार्क्स को पुरी तरह से मिटाने में सहायक है।तो चलिए आज हम ऐसी ही कुछ चिकित्सा उपचार के बारे में जानकारी देते हैं।
लेजर थैरेपी

लेजर तकनीक आज के समय में बहुत ही प्रचलित व कारगर है। स्ट्रेच मार्क्स के इलाज में लेजर थैरेपी करना काफी आम है। यह पुराने से पुराने स्ट्रेच मार्क्स पर की जा सकती है, स्ट्रेच मार्क्स/खिंचाव के निशान के लिए लेजर उपचार एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें आमतौर पर कम से कम पांच से छह उपचार की आवश्यकता होती है। पुराने निशानों की तुलना में नए खिंचाव के निशान आमतौर पर लेजर उपचार के लिए बेहतर प्रतिक्रिया देते हैं। लेकिन यह एक महंगी प्रक्रिया है। इसके द्वारा स्ट्रेच मार्क्स को पुरी तरह हटाया जा सकता है।
रेडियो फ्रीक्वेंसी
ये नॉन-सर्जिकल उपचार है। स्ट्रेच मार्क्स/खिंचाव के निशान क्षतिग्रस्त कोलेजन के कारण होते हैं। यह सुरक्षित रूप से त्वचा की गहरी परतों में प्रवेश करता है, कोलेजन को पुनर्जीवित करने के लिए शरीर की क्षमता को सक्रिय करता है, इस प्रकार की प्रक्रियाएं कोलेजन के पुनर्निर्माण या नए कोलेजन फाइबर को शामिल करने में मदद करती हैं। ये कई सत्रों के साथ खिंचाव के निशान को कम करने में मदद करते हैं।
डर्मा नीडलिंग
डर्मा नीडलिंग के साथ पीआरपी भी स्ट्रेच मार्क्स / खिंचाव के निशान के इलाज के लिए एक प्रभावी सहायक उपचार है। यह त्वचा के गहरे पहलू से कोलेजन रीमॉडेलिंग में मदद करता है और इसलिए खिंचाव के निशान को कम करता है।
ट्रिटिनॉइन क्रीम

अगर आप स्तनपान नहीं कराती हैं, तो डॉक्टर आपको ट्रिटिनॉइन क्रीम दे सकते हैं। इसे रेटिन-ए के नाम से भी जाना जाता है। इसे आप स्ट्रेच मार्क्स वाले भाग पर लगाएं। लेकिन डॉक्टर की सलाह पर ही इसका प्रयोग करें।
ग्लाइकोलिक एसिड

ग्लाइकोलिक एसिड में पीलिंग गुण हैं। यह त्वचा में कोलेजन उत्पादन में सुधार करता है, जिससे त्वचा में लचीलापन आता है। इससे स्ट्रेच मार्क्स कम होने लगते हैं। इसका प्रयोग डाक्टर की सलाह से करें।
स्ट्रेच मार्क्स (खिंचाव) हटाने में सावधानियां बरतें
- घरेलू उपचार कि किसी भी सामग्री से अगर एलर्जी है ,तो इसका प्रयोग न करें।
- कोई भी पिल/ दवाइयां लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लें ।
- गर्मियों में ज्यादा तेल कि मसाज से पिम्पल हो सकते हैं।
स्ट्रेच मार्क्स प्रेग्नेंसी में 90% महिलाओं के होते ही हैं।यह कोई बीमारी नहीं है। इसमें किसी प्रकार का कोई नुक्सान भी नहीं होता। लेकिन हमारी मानसिकता के कारण यह हमें भद्दे लगते हैं। इसलिए हम इन्हें मिटाना चाहते हैं। हमारा प्रयास है कि हम आपको पुरी जानकारी दे , ताकि आप तन व मन से स्वस्थ रहें।
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