pigmentation meaning in hindi/ पिग्मेंटेशन क्या है, कैसे करें उपचार?


पिग्मेंटेशन के बहुत से मिनिंग है जहां एक और पिग्मेंटेशन का मतलब सभी जीव जन्तु, पेड़ पौधों के रंग को निर्धारित करने को कहा गया है क्योंकि पिगमेंट हि सभी का रंग निर्धारित करता है। मनुष्यो में मेलानिन नामक पिगमेंट रंग को निर्धारित करता है। इसके कम ज्यादा से हमारा शरीर गोरा या काला होता है। लेकिन केई कारणों से कभी कभी चेहरे के अलग-अलग हिस्सों में पिगमेंट बढ़ने के कारण छोटे छोटे काले या भुरे धब्बें होने लगते है जिन्हें आप और हम पिग्मेंटेशन कहते हैं। इन धब्बों से चेहरे की सुंदरता खत्म हो जाती है इसलिए हम सभी इन्हें हटाना चाहते हैं। तो चलिए आज हम जानेंगे पिग्मेंटेशन का मतलब और कारण और समाधान।

pigmentation meaning in hindi

पिग्मेंटेशन (Pigmentation) शब्द का अर्थ है किसी वस्तु या जीव की रंगता या रंग। यह शब्द आमतौर पर त्वचा, बाल या अन्य जीवनीय ऊतकों के प्राकृतिक रंग को समझाने के लिए प्रयुक्त होता है। त्वचा में पिग्मेंटेशन का मुख्य कारण मेलेनिन नामक रंग को उत्पन्न करने वाले ऊतकों की कार्यक्षमता में परिवर्तन होता है। इसके कई प्रकार होते हैं, जैसे कि मेलेस्मा (melasma), विटिलीगो (vitiligo), और हाइपरपिग्मेंटेशन (hyperpigmentation)। ये समस्याएं त्वचा के रंग में असमानता या विभिन्न प्रकार के रंग के दागों के रूप में प्रकट हो सकती हैं।

पिगमेंटेशन का तात्‍पर्य स्किन के रंग से है। जब स्किन एकाएक अपना रंग बदलने लगता है तो इसे स्किन पिगमेंटेशन (Pigmentation) डिसऑर्डर कहा जाता है। रंग में आ रहे इस बदलाव की वजह स्किन सेल्‍स के मेलेनिन निर्माण का ज्यादा होना है। हेल्‍थलाइन के मुताबिक, हाइपर पिगमेंटेशन एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपके स्किन का रंग काला होने लगता है। जो मेलेनिन के बढ़ने से होता है और यह स्किन पर पैच बना देता है जो दिखने में अच्‍छा नहीं लगता। इन पैच को लिवर स्‍पॉट भी कहते हैं। आमतौर पर यह चीक बोन्स के आस-पास, मुंह के करीब, माथे पर और दूसरे एरिया में दिखाई देते हैं।

pigmentation meaning in hindi

पिगमेंटेशन तब होता है जब आपके चेहरे या शरीर के किसी खास हिस्से की कोशिकाएं मरने लगती हैं और उन्हें कोई पोषक तत्व या स्किनकेयर मिलना बंद हो जाता है। ऐसे में त्वचा काली पड़ने लगती हैं। मेरी प्रेगनेंसी में मेरे चीक बोन्स पर काले धब्बे हो गये। यह महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोनल बदलाव की वजह से ये होता है और मेरी भाभी की जब कीमोथेरेपी हुई तो उनका चेहरा काला पड़ गया क्योंकि डॉक्टर ने बताया कि कीमोथेरेपी के बाद भी ऐसी स्थिति हो सकती है।

हाइपरपिग्मेंटेशन मेलेनिन के बढ़ने के कारण होता है। मेलेनिन एक प्राकृतिक रंगद्रव्य है जो हमारी त्वचा, बालों और आंखों को उनका रंग देता है। कई कारक मेलेनिन उत्पादन में वृद्धि को ट्रिगर कर सकते हैं, लेकिन मुख्य रूप से सूर्य की हानिकारक किरणें, हार्मोनल प्रभाव, उम्र और त्वचा की चोट या सूजन इनके बड़े कारणों में से एक है।

पिगमेंटेशन होने के कारण ( reason for pigmenation on face )

1.सन एक्सपोजर और हाइपरपिगमेंटेशन (Sun exposure and hyperpigmentation)सूरज की रोशनी मेलेनिन के उत्पादन को बढ़ावा देती है और हाइपरपिग्मेंटेशन को बढ़ाती है। मेलानिन आपको हानिकारक यूवी किरणों से बचाकर आपकी त्वचा की प्राकृतिक सनस्क्रीन के रूप में कार्य करता है, यही वजह है कि जो लोग धूप में ज्यादा तपते हैं उनमें हाइपरपिग्मेंटेशन और अधित हो सकता है। एक बार पिगमेंटेशन शुरू होने के बाद ये बढ़ती हुई उम्र के साथ और गहरा हो सकता है।

2. बढ़ती हुई उम्र के कारण (Hyperpigmentation and age)उम्र बढ़ने के साथ त्वचा में भी बदलाव आने लगता है। दरअसल, उम्र बढ़ने के साथ मेलेनिन-उत्पादक कोशिकाओं मेलानोसाइट्स की संख्या कम हो जाती है लेकिन शेष आकार में वृद्धि होती है और उनका वितरण अधिक केंद्रित हो जाता है। ये शारीरिक परिवर्तन 40 से अधिक उम्र के लोगों में उम्र के धब्बों को बढ़ाते हैं।

3. होर्मोनल गड़बड़ियों की वजह से (Hyperpigmentation and hormones)हार्मोनल प्रभाव एक विशेष प्रकार के हाइपरपिग्मेंटेशन का मुख्य कारण है जिसे मेलास्मा या क्लोस्मा कहा जाता है। यह महिलाओं के बीच विशेष रूप से आम है और ऐसा तब होता है जब महिला का प्रेगनेंसी का दौर चल रहा होता है प्रेगनेंसी में हार्मोनल बदलाव बहुत अधिक होते है जिसके कारण पिग्मेंटेशन होने के चांस अधिक रहते हैं।महिला सेक्स हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन मेलेनिन की अधिकता को उत्तेजित करते हैं। और जब त्वचा सूर्य के संपर्क में होती है। साथ ही हाइपरपिग्मेंटेशन कुछ हार्मोन ट्रीटमेंट का साइड इफेक्ट भी हो सकता है।

4.पोषण में कमी – पोषक तत्वों से रहित आहार लेना। इससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है।

पिग्मेंटेशन सीरम / pigmenation serum

पिग्मेंटेशन के लिए जब भी कोई सीरम ले, तो हमेशा विटामिन सी युक्त ही ले। लेकिन फिर भी आप अपनी त्वचा को टेस्ट करके सीरम यूज करें क्योंकि विटामिन सी ड्राय स्किन को नुक्सान करता है। इसके अलावा आप B 12 युक्त सीरम यूज कर सकते हैं। B 12 हमारी त्वचा को जवां बनाए रखता है।

पिग्मेंटेशन हटाने के घरेलू उपचार

पिगमेंटेशन स्किन पर स्थाई नहीं होता । इसे ट्रीटमेंट के द्वारा सही किया जा सकता है। पिगमेंटेशन के लिए आप घरेलू उपचार भी कर सकते हैं । पिग्मेंटेशन घरेलू उपचार से काफी हद तक सही किया जा सकता है । अगर रूटीन में हम घरेलू उपचार प्रयोग करें तो यह आसानी से चले जाते हैं। पिगमेंटेशन हटाने के इन घरेलू उपचारों को हमने अपनी पोस्ट (चेहरे की झाइयां /पिग्मेंटेशन मिटाने के घरेलू उपाय) में डिटेल से लिखा है जिसे आप पढ़ कर अपनी पिगमेंटेशन का उपचार कर सकते हैं।

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